UP Board Exam 2024: पेपर लीक मामले में UP Board कठोर, स्कूल की मान्यता समाप्त; प्रमुख अभियुक्त गिरफ्तार
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UP Board Exam 2024: बुधवार को आगरा के एक इंटर कॉलेज के अंतर्महाविद्यालयिन गणित और जीव विज्ञान विषयों की परीक्षा के दौरान उन दोनों प्रश्न पत्रों की तस्वीरें व्हाट्सएप ग्रुप में भेजने का उद्देश्य चीटिंग के लिए आत्मघाती साबित हो गया। इसका परिणामस्वरूप, रोजौली, आगरा के अटार सिंह इंटर कॉलेज को UP Board द्वारा पहले से ही स्वीकृति रद्द करने का बड़ा फैसला किया गया।

शुक्रवार को आयोजित होने वाले पहले मीटिंग में यह स्वीकृति हुई कि परीक्षा की शुरुआत के एक घंटा और 11 मिनट के बाद व्हाट्सएप ग्रुप में प्रश्न पत्र भेजकर किसी भी उम्मीदवार को इससे कोई भी लाभ नहीं हुआ, लेकिन प्रश्न पत्रों की गोपनीयता का उल्लंघन हुआ। इस तरह की स्थिति में, आगरा के अटार सिंह इंटर कॉलेज को नामांकन की स्वीकृति रद्द करने का बड़ा निर्णय लिया गया।

पुलिस ने जांच शुरू की है

UP Board सचिव दिव्यकांत शुक्ला ने कहा कि UP Board के विरुद्ध प्रकट हुई गणित और जीव विज्ञान के अंतर का प्रश्न पत्र व्हाट्सएप ग्रुप में भेजने के मामले में दर्ज केस के आधार पर पुलिस भी अपने स्तर पर जांच कर रही है और कार्रवाई कर रही है।

UP Board ने जिला विद्यालय निरीक्षकों को निर्देश दिए हैं

इसके अलावा, UP Board ने सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को निर्देश दिए हैं कि स्थिर मैजिस्ट्रेट के अलावा किसी भी व्यक्ति को परीक्षा केंद्र में मोबाइल का उपयोग करने की अनुमति नहीं होगी। यदि किसी व्यक्ति द्वारा परीक्षा केंद्र में मोबाइल फोन या अन्य संवाद यंत्र का उपयोग किया जाता है, तो इस से संबंधित व्यक्ति पर मामला दर्ज करने की जिम्मेदारी स्थिर मैजिस्ट्रेट की होगी।

केंद्र स्तर पर लापरवाही हुई

बोर्ड सचिव ने फिर शुक्रवार को वर्चुअल मीटिंग में स्पष्ट किया कि गणित और जीव विज्ञान विषय की परीक्षा के लिए उम्मीदवार केंद्रों में छात्र एक से चार्वी के भीतर थे और उन्होंने एक और चौथाई घंटे की परीक्षा दी थी। इस तरह की स्थिति में, छात्रों को छोड़कर किसी को भी व्हाट्सएप ग्रुप में छापने के लिए प्रश्न पत्र भेजने की स्थिति में केंद्र की ओर से बड़ी लापरवाही हुई है।

बोर्ड सचिव ने शुक्रवार को वर्चुअल मीटिंग में निर्देश दिया कि परीक्षा को प्रभावित करने वाले व्यक्तियों के प्रति कड़ाई से कार्रवाई की जाए। प्रश्न पत्रों की गोपनीयता तोड़ने की कोशिश करने के लिए केंद्रों को बहिष्कृत किया जाएगा, लेकिन उनके पूर्व स्थिति को समाप्त करने के लिए उनकी पूरी प्रक्रिया को पूरा करके उनके विद्यालय के अस्तित्व को समाप्त किया जाएगा।

पेपर लीक का प्रमुख अभियुक्त गिरफ्तार

UP Board इंटरमीडिएट परीक्षा के प्रश्न पत्रों को रिलीज करने के प्रमुख अभियुक्त विनय चौधरी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उन्हें राजस्थान की ओर भागने का कारण था। पुलिस उन्हें पूछताछ कर रही है। पुलिस विनय चौधरी के साथ अटार सिंह इंटर कॉलेज गयी। कंप्यूटर और अन्य सबूत इकट्ठा किए गए।

पेपर लीक का मुख्य अभियुक्त

जांच में पता चला है कि अंतर की बायोलॉजी और गणित का प्रश्न पत्र को इंटरनेट मीडिया पर गलती से नहीं बल्कि पूरी इरादे से छानबीन में छापने का मकसद था। इसके लिए केंद्र प्रशासक ने अपने बेटे विनय चौधरी को कंप्यूटर ऑपरेटर के पद के लिए परीक्षा में पठित किया था।

केंद्र प्रशासक के बाद, अतिरिक्त केंद्र प्रशासक गंभीर सिंह ने भी शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया। केंद्र प्रशासक और अतिरिक्त केंद्र प्रशासक को बकाया बोर्ड परीक्षण को शांति से आयोजित करने के लिए तैनात किया गया है। बता दें कि गुरुवार को हुई दूसरी पाली की परीक्षा में बस एक घंटा बाद ही जीव विज्ञान और गणित का पेपर व्हाट्सएप ग्रुप में ब्रॉडकास्ट हो गया था।

पुलिस ने कसी अपनी कड़ी

इसके बाद इन्हें आतर सिंह इंटर कॉलेज के कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर तैनात किया गया था। केंद्र प्रशासक राजेंद्र सिंह और उनके बेटे विनय चौधरी की ओर से यह ब्रॉडकास्ट किया गया था। शुक्रवार को राजेंद्र सिंह, जो केंद्र प्रशासक थे, गिरफ्तार किए गए थे। शुक्रवार को ही अतिरिक्त केंद्र प्रशासक गंभीर सिंह को भी गिरफ्तार किया गया। पुलिस जान रही है कि विनय चौधरी को पेपर कहां से मिला।

केंद्र चर्चा में था

आतर सिंह इंटर कॉलेज पहले भी छलभाजी की खबरों में आया है। पिछले साल होने वाली बोर्ड परीक्षा में उसे केंद्र नहीं बनाया गया था। वहां अतिसंवेगी केंद्रों की सूची में शामिल किया गया था, जिनमें से एक अटार सिंह इंटर कॉलेज रोजौली भी था। उनको विद्यालय के बोर्ड परीक्षण की अधिक सुरक्षा व्यवस्था करनी चाहिए थी, लेकिन उपयुक्त सुरक्षा व्यवस्थाएँ नहीं की गई थीं।

कमेटी ने उस केंद्र को किया ब्रॉडकास्ट होने वाले पैम्फलेट से बाहर

वह केंद्र, जहां प्रश्न पत्र व्हाट्सएप ग्रुप में ब्रॉडकास्ट हो गए थे, वह उस साल के UP Board द्वारा प्रस्तुत किए गए परीक्षण केंद्रों की सूची में नहीं था। UP Board ने पिछले वर्ष के तुलना में इस वर्ष 2024 के परीक्षण केंद्रों की संख्या को कम करते हुए राज्य भर में 890 केंद्रों की कमी की थी, लेकिन जिला समितियों ने 402 केंद्रों की बढ़ोतरी की।

इसका यह कारण था कि लास्ट ईयर की तुलना में इस बार अधिक केंद्रों में समाहित होने वाले गैर-वित्तपोषित विद्यालयों को भी शामिल किया गया था, जिसमें आगरा जिले के फ़तेहपुर सिकरी क्षेत्र के अटार सिंह इंटर कॉलेज का भी समाहित होना था। पिछले वर्ष की तुलना में वर्ष 2023 में 8753 केंद्रों पर परीक्षण किया गया था।

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