Hanuman Jayanti : धूम धाम से मनाया हनुमान जन्मोत्सव
Spread the love

हनुमान जयंती पर तनव बने राम, माधव बने हनुमान

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

सेक्टर 73 हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर शुभम अपार्टमेंट निवासियों ने सुंदरकांड का पाठ और कीर्तन का आयोजन किया। महिलाओं और पुरुषों ने सुंदरकांड का पाठ कर हनुमान जी से मानवता और विश्व शांति की प्रार्थना की। भक्ति रस में डूबे लोग आंधी के कारण लाइट जाने पर भी मोबाइल की रोशनी में पाठ करते रहे। बच्चो को भी भगवान की वेशभूषा में सजाया गया।
तनव भंडारी राम बने तो माधव हनुमान बने। उत्कर्श को लक्ष्मण बनाया गया, लक्षिता सीता माता बनी। माही को भी छोटी सीता बना सजाया गया। छोटे बच्चों ने भगवान बन सभी को आशीर्वाद भी दिया। कार्यक्रम को सभी ने सराहा और भरपूर आनंद लिया। आरती उपरांत सभी में फल और मिष्ठान का प्रसाद वितरण किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रवीण सक्सेना, सुमित भारद्वाज, श्रीपाल, रानी शर्मा, अंजू , मीनाक्षी, कल्पना, रेनू सिंह, अनीता, संध्या, हेमलता आदि का विशेष योगदान रहा।

हनुमान जयंती का महत्व: पूरे रामायण में, भगवान हनुमान एक उदाहरणीय भक्त हैं, जिन्होंने राम के प्रति अपने अटूट प्रेम से लगभग असंभव लगने वाले कार्यों को किया। उनके कार्य विश्वास की शक्ति और चुनौतियों पर काबू पाने के लिए दृढ़ प्रतिबद्धता की निरंतर याद दिलाते हैं।

मुख्य विषय भक्ति है, लेकिन हनुमान जयंती भी हनुमान की साहस और शक्ति का सम्मान करती है। ध्यान देने योग्य बात यह है कि हनुमान जयंती धार्मिक बंधनों से बाहर है। हनुमान की अपार शक्ति, निस्वार्थ सेवा और अटूट समर्पण से लोग आस्था करते हैं।

हनुमान जयंती पर लोग भगवान हनुमान का सम्मान करने के लिए कई प्रथाएं करते हैं। वे प्रार्थना करते हैं, हनुमान चालीसा जैसे भजन पढ़ते हैं और फूल और मीठे भोजन चढ़ाते हैं। आप भी कुछ खास उपवास रखने का निर्णय ले सकते हैं।

हनुमान जयंती का महत्व: भगवान हनुमान ने दिव्य गुणों को जन्म दिया था।

भक्त हनुमान के गुणों को अपने जीवन में अपनाने की इच्छा रखते हैं, इसलिए हनुमान जयंती एक समय है जब वे अपने आप पर विचार करते हैं और अपने आप को देखते हैं। यह भक्ति, विनम्रता और निस्वार्थता की शक्ति को आध्यात्मिक विकास प्राप्त करने और बाधाओं पर काबू पाने में महत्वपूर्ण बताता है।