Ghaziabad woman extorts Rs 4 lakh from a man after trapping him

Ghaziabad woman extorts Rs 4 lakh from a man after trapping him
गाजियाबाद में महिला ने दुष्कर्म के झूठे केस में फंसाकर वसूले चार लाख रुपये, खुद को बताया भाजपा कार्यकर्ता
गाजियाबाद, 9 अप्रैल: गाजियाबाद से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक महिला पर एक व्यक्ति को दुष्कर्म के झूठे मामले में फंसाने की धमकी देकर चार लाख रुपये वसूलने का आरोप लगा है। आरोपी महिला ने खुद को भाजपा कार्यकर्ता बताया और दावा किया कि उसके संबंध विधायक और सांसद जैसे वरिष्ठ राजनेताओं से हैं। पुलिस ने महिला के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
घटना का विवरण
प्राप्त जानकारी के अनुसार, पीड़ित व्यक्ति ने शिकायत दर्ज कराई कि आरोपी महिला ने पहले उससे दोस्ती की और फिर उसे झूठे दुष्कर्म के केस में फंसाने की धमकी दी। महिला ने कहा कि वह भाजपा से जुड़ी हुई है और उसके राजनीतिक रसूख के चलते वह पुलिस और प्रशासन को अपने अनुसार चला सकती है। भयभीत पीड़ित ने महिला के दबाव में आकर चार लाख रुपये नकद दे दिए।
पीड़ित का कहना है कि महिला बार-बार उससे और पैसे की मांग कर रही थी और धमकी दे रही थी कि यदि पैसे नहीं दिए गए तो वह सीधे थाने जाकर उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा देगी।
पुलिस कार्रवाई
पीड़ित की शिकायत के आधार पर गाजियाबाद पुलिस ने महिला के खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। जांच अधिकारी ने बताया कि महिला की कॉल रिकॉर्डिंग और व्हाट्सएप चैट्स की जांच की जा रही है ताकि यह स्पष्ट हो सके कि धमकी और पैसे की मांग किस तरह की गई।
पुलिस ने यह भी बताया कि प्रारंभिक जांच में महिला द्वारा राजनीतिक संबंधों का झूठा दावा करना सामने आया है। अब यह भी जांच का विषय है कि क्या उसने वास्तव में किसी पार्टी पदाधिकारी का नाम लेकर अपने प्रभाव का दुरुपयोग किया।
राजनीतिक संबद्धता पर सवाल
महिला द्वारा खुद को भाजपा कार्यकर्ता बताने और विधायक-सांसद से संबंध होने का दावा करने पर भाजपा ने भी प्रतिक्रिया दी है। पार्टी के स्थानीय नेताओं ने स्पष्ट किया कि उक्त महिला का भाजपा से कोई औपचारिक संबंध नहीं है। पार्टी ने इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए स्पष्ट किया कि भाजपा ऐसे किसी भी कृत्य का समर्थन नहीं करती और यदि कोई व्यक्ति पार्टी का नाम लेकर अवैध गतिविधियों में लिप्त पाया जाता है, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।
जनता में आक्रोश और सुरक्षा को लेकर चिंता
इस तरह के मामलों से समाज में भय और असुरक्षा की भावना उत्पन्न होती है। दुष्कर्म जैसे गंभीर अपराध का झूठा आरोप लगाकर किसी व्यक्ति से धन उगाही करना न केवल कानून का दुरुपयोग है, बल्कि यह उन वास्तविक पीड़ितों के साथ भी अन्याय है, जो ऐसे मामलों में न्याय की आस लगाए होते हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह की घटनाओं से कानून की विश्वसनीयता पर भी प्रश्नचिह्न लगते हैं। वे चाहते हैं कि आरोपी महिला को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में कोई और इस तरह का अपराध करने की हिम्मत न करे।
गाजियाबाद का यह मामला न सिर्फ आर्थिक और सामाजिक धोखाधड़ी का उदाहरण है, बल्कि यह दर्शाता है कि कैसे कुछ लोग राजनीतिक प्रभाव का झूठा सहारा लेकर दूसरों को मानसिक और आर्थिक रूप से प्रताड़ित करते हैं। पुलिस की त्वरित कार्रवाई और निष्पक्ष जांच से उम्मीद है कि आरोपी को उसके अपराध की सजा मिलेगी और ऐसे मामलों में न्याय की राह प्रशस्त होगी।