Ghaziabad: Three killed one injured in boiler explosion in factory
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Ghaziabad: Three killed one injured in boiler explosion in factory

गाजियाबाद: फैक्टरी में बॉयलर विस्फोट से तीन की मौत, एक घायल

गाजियाबाद जिले के भोजपुर थाना क्षेत्र में शुक्रवार, 28 मार्च की सुबह एक बड़ा हादसा हुआ। नॉर्थ ईस्टर्न प्राइवेट लिमिटेड नामक फैक्टरी में बॉयलर फटने से तीन मजदूरों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति घायल हो गया। यह घटना सुबह करीब 4 बजे हुई, जिसकी सूचना पुलिस को साढ़े पांच बजे मिली। हादसे के तुरंत बाद स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने मौके पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया और घायलों को अस्पताल पहुंचाया।

मृतकों की पहचान

इस हादसे में तीन लोगों की जान चली गई, जिनकी पहचान निम्नलिखित रूप से हुई:

1. योगेन्द्र – निवासी मोदीनगर

2. अनुज – निवासी भोजपुर

3. अवधेश – निवासी जेवर

 

इसके अलावा, लकी नामक एक व्यक्ति घायल हो गया था, जिसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों के अनुसार, वह अब खतरे से बाहर है और उसका इलाज जारी है।

हादसे की जानकारी और राहत कार्य

एसीपी मोदीनगर ज्ञान प्रकाश राय के अनुसार, यह हादसा शुक्रवार सुबह करीब 4 बजे हुआ। बॉयलर फटने की तेज आवाज से पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। जैसे ही पुलिस को साढ़े पांच बजे घटना की जानकारी मिली, थाना भोजपुर की टीम तत्काल मौके पर पहुंची। पुलिस ने तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू किया और तीनों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।

घटनास्थल पर पहुंचे अधिकारियों ने फैक्टरी प्रबंधन से पूछताछ की और मजदूरों से भी जानकारी ली। प्रारंभिक जांच में पता चला कि फैक्टरी में लोहे के रोल बनाए जाते हैं और उन पर प्लास्टिक की परत चढ़ाई जाती है। हादसे के समय वहां कुछ मजदूर काम कर रहे थे, तभी अचानक बॉयलर फट गया और तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई।

हादसे के संभावित कारण

अभी तक पुलिस और प्रशासन हादसे के सही कारणों का पता लगाने में जुटे हुए हैं। बॉयलर विस्फोट के पीछे संभावित कारणों में निम्नलिखित बिंदु हो सकते हैं:

1. बॉयलर में अधिक दबाव – यदि बॉयलर में निर्धारित सीमा से अधिक दबाव बन गया हो, तो यह फट सकता है।

2. रखरखाव की कमी – यदि बॉयलर का ठीक से निरीक्षण और रखरखाव नहीं किया गया हो, तो यह हादसा हो सकता है।

3. तकनीकी खराबी – बॉयलर के किसी पुर्जे में खराबी के कारण भी विस्फोट हो सकता है।

4. मानव त्रुटि – कभी-कभी ऑपरेटर की गलती से भी ऐसी घटनाएं हो सकती हैं।

 

पुलिस इन सभी संभावनाओं की जांच कर रही है और फैक्टरी प्रबंधन की लापरवाही की भी पड़ताल की जा रही है। यदि फैक्टरी प्रबंधन की कोई गलती पाई जाती है, तो उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

स्थानीय लोगों और मजदूरों में आक्रोश

इस घटना के बाद स्थानीय लोगों और फैक्टरी में काम करने वाले मजदूरों में गहरा आक्रोश है। मजदूरों का कहना है कि फैक्टरी में सुरक्षा मानकों का पालन ठीक से नहीं किया जाता और श्रमिकों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त उपाय नहीं किए जाते। यदि सुरक्षा नियमों का पालन किया जाता, तो शायद यह हादसा टल सकता था।

मजदूर संगठनों ने इस घटना की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है और मृतकों के परिवारों को उचित मुआवजा देने की अपील की है।

प्रशासन की कार्रवाई

गाजियाबाद प्रशासन ने इस घटना को गंभीरता से लिया है और जिला अधिकारी ने जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही, पुलिस और श्रम विभाग को यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि फैक्टरी में सुरक्षा नियमों का सही से पालन हो रहा था या नहीं।

संभावित प्रशासनिक कदम:

मृतकों के परिवारों को मुआवजा देने की योजना

फैक्टरी के लाइसेंस और सुरक्षा मानकों की जांच

भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त नियम लागू करना

 

गाजियाबाद की यह घटना एक बार फिर से इंडस्ट्रियल सेफ्टी (औद्योगिक सुरक्षा) के महत्व को उजागर करती है। इस हादसे में तीन निर्दोष मजदूरों की जान चली गई, जबकि एक घायल हो गया। प्रशासन को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि फैक्ट्रियों में सुरक्षा मानकों का कड़ाई से पालन हो ताकि भविष्य में इस तरह के हादसों को रोका जा सके।

अब सभी की निगाहें प्रशासन की जांच रिपोर्ट और आगे की कार्रवाई पर टिकी हैं। मृतकों के परिवारों के लिए यह अपूरणीय क्षति है, और सरकार को उन्हें उचित सहायता प्रदान करनी चाहिए।

 

JD NEWS NETWORK के लिए विकास सक्सेना की रिपोर्ट

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